मनुष्यता पर कविताएँ

गंगा-जल

बच्चा लाल 'उन्मेष'

मनुष्यता

मैथिलीशरण गुप्त

उनमें केवल तुम ही थे

खेमकरण ‘सोमन’

प्राण

रवीन्द्रनाथ टैगोर

यात्री

जीवनानंद दास

सुनहली वनैला

ग़ुलाम अहमद गाश

एक पुजारी एक भगवान

नरसिंह देव जम्वाल

कॉकरोच

द्वारिका उनियाल

मनुज

गुरजाड अप्पाराव

टिड्डी-दल

चिंतामणि बेहेरा

मिट्टी से सरल लोग

योगेश कुमार ध्यानी

इंसान सदियों से

तारा सिंह विर्क

समाज

प्रियंका यादव

घायल मानवता

अरविन्द

वह हामिद था...

कौशल किशोर

मेरा पता

जितेन्द्र उधमपुरी

हद

माधुरी

मनस्वी

सामि पषनियप्पन

दो कविताएँ

अजायब कमल

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