
घरों के भीतर अंधकार है, धर्म के नाम पर ढोंग की पूजा है, और शील तथा आचार के नाम पर रूढ़ियों की।

दूध में ज़हर है तो हम दूध को फेंकते हैं। उसी तरह अच्छे के साथ पाखंड रूप ज़हर है तो उसे फेंको।
घरों के भीतर अंधकार है, धर्म के नाम पर ढोंग की पूजा है, और शील तथा आचार के नाम पर रूढ़ियों की।
दूध में ज़हर है तो हम दूध को फेंकते हैं। उसी तरह अच्छे के साथ पाखंड रूप ज़हर है तो उसे फेंको।