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बेला

साहित्य और संस्कृति की घड़ी

मेरे पुरखे कहाँ से आए!

 

गोलू का कॉल आया। उसने कहा कि चाचा मिलते हैं। “कहाँ मिलें?” “यमुना बोट क्लब।” वह मेरा भतीजा है। वह यमुना पार महेवा नैनी में रहता था। हम अपने-अपने रास्ते से होते हुए पहुँच गए यमुना बोट क्लब। उस

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20 मार्च 2025

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