अड़िल्ल
चौपाई के समान सोलह मात्राओं का छंद है। जिसका सर्वाधिक प्रयोग भक्ति और युद्ध-वर्णन के प्रसंगों में किया गया है।
संत यारी के शिष्य और गुलाल साहब और संत जगजीवन के गुरु। सुरत शब्द अभ्यासी सरल चित्त संतकवि।
चौपाई के समान सोलह मात्राओं का छंद है। जिसका सर्वाधिक प्रयोग भक्ति और युद्ध-वर्णन के प्रसंगों में किया गया है।
संत यारी के शिष्य और गुलाल साहब और संत जगजीवन के गुरु। सुरत शब्द अभ्यासी सरल चित्त संतकवि।
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