गांधीवाद पर उद्धरण
गांधीवाद महात्मा गांधी
के आदर्शों, आस्थाओं और जीवन-दर्शन पर आधारित विचारधारा है। इसका प्रभाव युगीन और परवर्ती काव्य पर भी परिलक्षित होता है।

यदि गांधीवाद ग़लत बात के लिए है तो इसे नष्ट हो जाने दो। सत्य और अहिंसा तो कभी नष्ट नहीं होगे। परंतु यदि गांधीवाद मतांधता का दूसरा नाम है, तो यह नष्ट कर देने योग्य ही है।

महीन से महीन खादी भी असमतल होगी ही।

अनशन भी राक्षसी हो सकता है।