
जहाँ पर बहुमतवाले; अल्पमतवालों को मार डालें, वह तो ज़ालिम हुकूमत कहलाएगी। उसे स्वराज्य नहीं कहा जा सकता।

वकील और नाई दोनों के काम की क़ीमत एक-सी होनी चाहिए, क्योंकि आजीविका का अधिकार सबको एक समान है।
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