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झूठ पर उद्धरण

झूठ मिथ्या या असत्य

वचन है। इसे सत्य का छद्म या भ्रम भी कहा जाता है। यहाँ झूठ शब्द-केंद्र पर परिधि पारती कविताओं का एक चयन प्रस्तुत है।

सच्चाई अक्सर आक्रामकता का एक भयानक हथियार होता है। सच के साथ झूठ बोलना और यहाँ तक कि हत्या करना भी संभव है।

अल्फ़्रेड एडलर

जाओ, उड़ो, तैरो, कूदो, उतरो, पार करो, अज्ञात से प्रेम करो, अनिश्चित से प्रेम करो, जिसे अब तक नहीं देखा है—उससे प्रेम करो… किसी से भी प्रेम मत करो—तुम जिसके हो, तुम जिसके होगे—अपने आपको खुला छोड़ दो, पुराने झूठ को हटा दो, जो नहीं किया उसे करने की हिम्मत करो, वही करने में तुम्हें ख़ुशी मिलेगी… और प्रसन्न रहो, डर लगने पर वहाँ जाओ जहाँ जाने से डरते हो, आगे बढ़ो, ग़ोता लगाओ, तुम सही मार्ग पर हो।

एलेन सिक्सू

भारतीय धर्म ने और भारतीय संस्कृति ने कभी नहीं कहा कि केवल हमारा ही एक धर्म सच्चा है और बाक़ी के झूठे हैं। हम तो मानते हैं कि सब धर्म सच्चे हैं, मनुष्य के कल्याण के लिए प्रकट हुए हैं। सब मिल कर इनका एक विश‍ाल परिवार बनता है। इस पारिवारिकता को और आत्मीयता को को जो चीज़ें खंडित करती है उनकी छोड़ देने के लिए सब को तैयार रहना ही चाहिए। हर एक धर्म-समाज अंतर्मुख होकर अपने दिल को टटोल कर देखे कि जागतिक मानवीय एकता का द्रोह हमसे कहाँ तक हो रहा है।

काका कालेलकर

लोग केवल तभी झूठ बोलते हैं, जब कोई ऐसी चीज़ होती है जिसे खोने का उन्हें बहुत डर होता है।

ओरहान पामुक

यह बुद्धिजीवियों की ज़िम्मेदारी है कि वे सच बोलें और झूठ उजागर करें।

नोम चोम्स्की
  • संबंधित विषय : सच

अपने देश के लिए झूठ बोलना हर व्यक्ति का देशभक्तिपूर्ण कर्त्तव्य है।

अल्फ़्रेड एडलर

औरत जब लड़की में बदल जाए तो बिल्कुल चुप रहो। थक जाए, चुप हो जाए, तो मर्दों का बनाया सबसे झूठा वाक्य बोलो, आप तो ग़ुस्से में और सुंदर हो जाती हैं।

स्वदेश दीपक

हमें उस झूठी स्त्री को मार देना चाहिए जो जीवित स्त्री को साँस लेने से रोकती है।

एलेन सिक्सू

यह सब झूठ था, सब बदबू कर रहा था, झूठ की बदबू, यह सब अर्थ, ख़ुशी और सुंदरता का भ्रम देता था।

हरमन हेस

झूठ घृणित है और उसका अपना स्वयं का विकराल जीवन है। वह अपने चारों ओर फैली सच्चाई को दूषित कर देता है।

जेर्मेन ग्रीयर

जब तक सच्चाई अपने जूते पहन रही होती है, तब तक झूठ आधी दुनिया की यात्रा कर चुका होता है।

मार्क ट्वेन
  • संबंधित विषय : सच

धर्म परिवर्तन करने के बारे में मैं यह नहीं कहना चाहता कि यह कभी उचित हो ही नहीं सकता। हमें दूसरों को अपना धर्म बदलने के लिए निमंत्रण नहीं देना चाहिए। मेरा धर्म सच्चा है और दूसरे सब धर्म झूठे हैं, इस तरह की जो मान्यता इन निमंत्रणों के पीछे रहती है, उसे मैं दोषपूर्ण मानता हूँ। लेकिन जहाँ ज़बरदस्ती से या ग़लतफ़हमी से किसी ने अपना धर्म छोड़ दिया हो, वहाँ उस में जाने में बाधा नहीं होनी चाहिए। इतना ही नहीं उसे प्रोत्साहन दिया जाना चाहिए। इसे धर्म-परिवर्तन नहीं कहा जा सकता।

महात्मा गांधी

अत्यधिक ज्ञानवान् व्यक्ति को झूठ बोलना कठिन लगता है।

लुडविग विट्गेन्स्टाइन

पूर्णतावादी शासन का आदर्श विषय कायल नाजी या समर्पित कम्युनिस्ट नहीं, बल्कि वे लोग हैं जिनके लिए तथ्य और कल्पना; सच और झूठ के बीच भेद ख़त्म हो गया है।

हाना आरेन्ट
  • संबंधित विषय : सच

यह मेरा विश्वास है कि आम तौर पर सच झूठ से बेहतर होता है।

जे. के. रोलिंग

मुझे अपना धर्म झूठा लगे तो मुझे उसका त्याग कर चाहिए। दूसरे धर्म में जो कुछ अच्छा लगे, उसे मैं अपने धर्म में ले सकता हूँ लेना चाहिए। मेरा धर्म अपूर्ण लगे तो उसे पूर्ण बनाना मेरा फ़र्ज़ है। उसमें दोष दिखाई दें तो उन्हें दूर करना भी फ़र्ज़ है।

महात्मा गांधी

अगर आप सच्चाई की तलाश कर रहे हैं तो शैम्पेन झूठ पकड़ने की मशीन से बेहतर है।

ग्राहम ग्रीन
  • संबंधित विषय : सच

हम वास्तव में केवल उस झूठ के लिए दंडित होते हैं, जिसे हम स्वयं बताते हैं।

वी. एस. नायपॉल

जो वास्तव है उसे दबाना, जो अवास्तव है उसका आचरण करना- यही तो अभिनय है।

हजारीप्रसाद द्विवेदी

पुराने दोस्त पी लेने के बाद और पराए हो जाते हैं। पी लेने के बाद दोस्तों की ज़बान खुल जाती है, दिल नहीं।

कृष्ण बलदेव वैद

मैं इसलिए उदास नहीं हूँ कि तुमने मुझसे झूठ बोला, मैं इसलिए उदास हूँ; क्योंकि अब आगे से मैं तुम्हारा भरोसा नहीं कर पाऊँगा।

फ़्रेडरिक नीत्शे

झूठ बोला जाना सबसे बुरा तब है जब आपको यह मालूम होता है कि आप इस योग्य भी नहीं थे कि आप से सच बोला जाए।

ज्याँ-पाॅल सार्त्र

यह जानकर आश्चर्य क्यों होता है कि हमारे सिवाय अन्य लोग भी झूठ बोलने में सक्षम हैं?

एलिस मुनरो

इस समाज में हमारी दाहिनी तरफ़ भी झूठ है और बाईं तरफ़ भी। सामने भी और पीछे भी, झूठ ही झूठ है जिसके सबब ये झल्लाहटें हैं और खोट ही खोट है जिसके बाइस ये झुँझलाहटें हैं।

जौन एलिया

तुम झूठ से शायद घृणा करते हो, मैं भी करता हूँ; परंतु जो समाजव्यवस्था झूठ को आश्रय देने के लिए ही तैयार की गई है, उसे मानकर अगर कोई कल्याण-कार्य करना चाहो, तो तुम्हें झूठ का ही आश्रय लेना पड़ेगा।

हजारीप्रसाद द्विवेदी
  • संबंधित विषय : सच

एक झूठ संदेह से अधिक आरामदायक है, प्रेम से अधिक उपयोगी है, सत्य से अधिक स्थाई है।

गाब्रिएल गार्सीया मार्केस

सबसे अच्छा तो यही है कि झूठ का कोई जवाब ही दिया जाए। झूठ अपनी मौत मर जाता है। उसकी अपनी कोई शक्ति नहीं होती। विरोध पर वह फलता-फूलता है।

मोहनदास करमचंद गांधी
  • संबंधित विषय : सच

मेरे सामने जब कोई असत्य बोलता है तब मुझे उस पर क्रोध होने के बजाए स्वयं अपने ही ऊपर अधिक कोप होता है, क्योंकि में जानता हूँ कि अभी मेरे अंदर—तह में—असत्य का वास है।

मोहनदास करमचंद गांधी

झूठे की सज़ा यह नहीं है कि उस पर विश्वास नहीं किया जाता, बल्कि यह है कि वह किसी और पर विश्वास नहीं कर सकता।

जॉर्ज बर्नार्ड शॉ

मैं वह झूठ हूँ, जो हमेशा सच बोलता है।

ज्याँ कोक्तो
  • संबंधित विषय : सच

जब तक सच जूते पहन रहा होता है, तब तक झूठ पूरी दुनिया के चक्कर लगा कर जाता है।

मार्क ट्वेन
  • संबंधित विषय : सच

जो नकल कर सकता है वह कुछ भी कर सकता है।

लियोनार्डो दा विंची

राजन्! परिहासयुक्त वचन असत्य होने पर भी हानिकारक नहीं होता। अपनी स्त्रियों के प्रति, विवाह के समय, प्राण-संकट के समय तथा सर्वस्व का अपहरण होते समय विवश होकर असत्य भाषण करना पड़े तो वह दोषकारक नहीं होता। ये पाँच प्रकार के असत्य पापशून्य कहे गए हैं।

वेदव्यास

झूठ बोलने वाले मनुष्य से सब लोग उसी तरह डरते हैं, जैसे साँप से।

वाल्मीकि

जो कुछ दृश्य है वह असत् है- यह बात निश्चित है।

आदि शंकराचार्य

असत्य अधिक आकर्षक होता है।

जयशंकर प्रसाद

मैं मृत्यु से भी उतना नहीं डरता, जितना झूठ से डरता हूँ।

वेदव्यास

झूठ की सूरत देखने में कैसी चिकनी-चुपड़ी होती है।

भारतेंदु हरिश्चंद्र