
अविश्वास एक भयानक चीज़ है। और ऐसा ही भयानक वह कष्ट होता है जो हम दूसरों को जाने-अनजाने में पहुँचाते हैं।

झूठ बोलने वाले मनुष्य से सब लोग उसी तरह डरते हैं, जैसे साँप से।

अविश्वास भी डर की निशानी है।
अविश्वास एक भयानक चीज़ है। और ऐसा ही भयानक वह कष्ट होता है जो हम दूसरों को जाने-अनजाने में पहुँचाते हैं।
झूठ बोलने वाले मनुष्य से सब लोग उसी तरह डरते हैं, जैसे साँप से।
अविश्वास भी डर की निशानी है।