झूठ पर कवितांश
झूठ मिथ्या या असत्य
वचन है। इसे सत्य का छद्म या भ्रम भी कहा जाता है। यहाँ झूठ शब्द-केंद्र पर परिधि पारती कविताओं का एक चयन प्रस्तुत है।
कई झूठ बोलने में
समर्थ दुष्ट के नीच वचन ही
स्त्री के सतीत्व को तोड़ने वाली
सेना होगी
वचन है। इसे सत्य का छद्म या भ्रम भी कहा जाता है। यहाँ झूठ शब्द-केंद्र पर परिधि पारती कविताओं का एक चयन प्रस्तुत है।
कई झूठ बोलने में
समर्थ दुष्ट के नीच वचन ही
स्त्री के सतीत्व को तोड़ने वाली
सेना होगी