सच्चा लेखक जितनी बड़ी ज़िम्मेदारी अपने सिर पर ले लेता है, स्वयं को उतना अधिक तुच्छ अनुभव करता है।
कला हमेशा मनुष्य का चुनाव करती है, जो मूर्त है, कला सैधान्त्तिक नहीं होती।
प्रकाशन-प्रदर्शन औसत-अक्षम कलाकार को खा जाता है।
आगे का कलाकार मेहनतकश की ओर देखता है।
प्रभाव सभी कवियों और कलाकारों पर पड़ते हैं।
जो आयु को चैलेंज करेगा, आस्कर वाइल्ड की 'पिक्चर ऑफ डोरियन ग्रे' बन जाएगा।
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आधुनिकता का अर्थ वैज्ञानिक और तकनीकी प्रगति के साथ अनिवार्य रूप से जुड़ा है।
कलाकार के पास हृदय का यौवन होना चाहिए, जिसे धरती पर उड़ेलकर उसे जीवन की कुरूपता को सुंदर बनाना है।
लेखक का मार्ग अपनी सुदीर्घ परंपरा और विचार से निर्धारित होगा, वह राजनैतिक दलों की करवटों से नहीं बनेगा।
कलाकार दुनिया को छोड़ता है, ताकि उसे अपने कृतित्व में पा सके।
जीवन के रहते मनुष्य को एक जिंदादिल आदमी होना चाहिए और मरने के बाद एक कलाकार।