
आनंदमय आत्मा की उपलब्धि विकल्पात्मक विचारों और तर्कों से नहीं हो सकती।

परिश्रम के पश्चात् नींद, तूफ़ानी समुद्र के पश्चात् बंदरगाह, युद्ध के पश्चात् विश्राम और जीवन के पश्चात् मृत्यु अत्यधिक आनंदप्रद होते हैं।
आनंदमय आत्मा की उपलब्धि विकल्पात्मक विचारों और तर्कों से नहीं हो सकती।
परिश्रम के पश्चात् नींद, तूफ़ानी समुद्र के पश्चात् बंदरगाह, युद्ध के पश्चात् विश्राम और जीवन के पश्चात् मृत्यु अत्यधिक आनंदप्रद होते हैं।