नाम पर उद्धरण

नाम एक पहचान, उपस्थिति

और अस्तित्व विषयक चयन है। इस संग्रह में नाम और नामकरण पर ज़ोर रखती कविताओं का अपूर्व संकलन किया गया है।

नाम का नशा नुक़सानदेह।

कृष्ण बलदेव वैद

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