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चिंता पर उद्धरण

परेशानी, संकट, पीड़ा,

क्लेश, व्याधि, चिंता

देश-प्रेम हो और भाषा-प्रेम की चिंता हो, यह असंभव है।

महात्मा गांधी

मैंने अपने जीवन में बहुत सारी चिंताएँ की हैं। इनमें से अधिकांश व्यर्थ थीं।

मार्क ट्वेन

अपने समकालीनों या पूर्ववर्तियों से बेहतर होने की चिंता मत करो। ख़ुद से बेहतर बनने की कोशिश करो।

विलियम फॉकनर

चिंता और बीमारी के बग़ैर मैं बिना पतवार वाली कश्ती की तरह होता।

एडवर्ड मुंक
  • संबंधित विषय : रोग

चिंता करना उस क़र्ज़ का भुगतान करने जैसा है जो आप पर नहीं है।

मार्क ट्वेन

अपने धर्म की चिंता मनुष्य नहीं करता किंतु दूसरों के लिए वह बराबर धर्म बनाता चलता है।

लक्ष्मीनारायण मिश्र

राजन्! चाहे मनुष्य धन को छोड़े और चाहे धन ही मनुष्य को छोड़ दे—एक दिन ऐसा अवश्य होता है। इस बात को जानने वाला कौन मनुष्य धन के लिए चिंता करेगा?

वेदव्यास

भविष्य चाहे जितना भी सुखद हो, उस पर विश्वास करो, भूतकाल की भी चिंता करो, हृदय में उत्साह भरकर और ईश्वर पर विश्वास कर वर्तमान में कर्मशील रहो।

हेनरी वड्सवर्थ लॉन्गफ़ेलो

यदि तू चाहता है कि तुझको भगवान के भेद प्राप्त हो जाएँ तो ऐसे कार्य कर कि जिनसे किसी को कष्ट पहुँचे। मृत्यु का भय मत कर और रोटियों की चिंता त्याग दे क्योंकि ये दोनों वस्तुएँ समय पर स्वयं ही उपस्थित होती हैं।

उमर ख़य्याम

अतीत सुखों के लिए सोच क्यों, अनागत भविष्य के लिए भय क्यों, और वर्तमान को मैं अपने अनुकूल बना ही लूँगा, फिर चिंता किस बात की?

जयशंकर प्रसाद

राजन्! तो कोई कर्म करने से नष्ट हुई वस्तु मिल सकती है, चिंता से ही। कोई ऐसा दाता भी नहीं है जो मनुष्य को उसकी विनष्ट वस्तु दे दे। विधाता के विधानानुसार मनुष्य बारी-बारी से समय पर सब कुछ पा लेता है।

वेदव्यास

राजन! आपका कल्याण हो। अत्यंत अभिमान, अधिक बोलना, त्याग का अभाव, क्रोध, अपना ही पेट पालने की चिंता और मित्र द्रोह—ये छह तीखी तलवारें देह-धारियों की आयु को काटती हैं। ये ही मनुष्यों का वध करती है, मृत्यु नहीं।

वेदव्यास

मैं जीवन को दंड नहीं समझना चाहता। यह ब्रह्म की विभूति है। इसे चिंता में घुलाना, पाप में लपेटना, दुःख में बिलखाना सबसे बड़ा अपराध है।

रामकुमार वर्मा

निरंतर उपासना का तात्पर्य है— निरंतर भजन। अर्थात् नामजप, चिंतन, ध्यान, सेवा-पूजा, भगवदाज्ञा-पालन यहाँ तक कि संपूर्ण क्रिया मात्र ही भगवान की उपासना है।

स्वामी रामसुखदास

प्रत्येक वृद्ध व्यक्ति के नेत्र में चिंता जागती रहती है और जहाँ चिंता रहती है वहाँ निद्रा कभी नहीं आएगी।

विलियम शेक्सपियर

विषयों का चिंतन अपने शरीर को पीड़ा देता है। जो विषय-चिंतन से सर्वथा मुक्त है, वह कभी दुःख का अनुभव नहीं करता। जैसे प्रज्वलित अग्नि में ईंधन डालने से उसका बल बहुत अधिक बढ़ जाता है, उसी प्रकार विषयभोग और धन का लाभ होने से मनुष्य की तृष्णा और अधिक बढ़ जाती है। घी से शांत होने वाली प्रज्वलित अग्नि की भाँति मानव कभी विषय-भोग और धन से तृप्त नहीं होता।

वेदव्यास

मैं आँसुओं और मुस्कान से थक गया हूँ। मैं मनुष्यों से भी थक गया हूँ जो इस चिंता से कि कल क्या होगा, रोते और हँसते हैं और जो फ़सल बोते और काटते हैं।

मैं दिनों और घंटों से थक गया हूँ, वंध्या फूलों की खिली कलियों से थक गया हूँ और निद्रा के अतिरिक्त सभी से—इच्छाओं, कल्पनाओं और शक्तियों से थक गया हूँ।

एल्गर्नन चार्ल्स स्विनबर्न

जिसका साथी ईश्वर है उसको दुःख क्या, फ़िक्र क्या, दूसरा साथी क्या?

महात्मा गांधी

आज का यथार्थवाद, बुद्धि और साम्यवाद का ऐसा पुत्र है जिसके आविर्भाव के साथ ही, आलोचक जन्मकुंडली बना-बना कर उसके चक्रवर्तित्व की घोषणा में व्यस्त हो गए। स्वयं उनके जीवन और विकास के लिए कैसे वायुमंडल, कैसी धूपछाया और कितने नीर-क्षीर की आवश्यकता होगी इसकी उन्हें चिंता नहीं।

महादेवी वर्मा

माता के रहते मनुष्य को कभी चिंता नहीं होती, बुढ़ापा से अपनी ओर नहीं खींचता। जो अपनी माँ को पुकारता हुआ घर में आता है, वह निर्धन होने पर भी मानो माता अन्नपूर्णा के पास चला जाता है।

वेदव्यास

शांत कमरा इतना शांतिपूर्ण और आरामदायक था कि उसमें चिंता नहीं की जा सकती थी।

कार्सन मैक्कुलर्स

जिन्होंने प्रभु को आत्मनिवेदन कर दिया है, उन्हें कभी किसी प्रकार की चिंता नहीं करनी चाहिए। पुष्टि (कृपा) करने वाले प्रभु अंगीकृत जीव की लौकिक गति नहीं करेंगे।

वल्लभाचार्य

जो मनुष्य शोक से आतुर हो, अमर्ष से भरा हुआ, नाना प्रकार के कार्यों की चिंता कर रहा हो अथवा किसी कामना में आसक्त हो, उसे नींद कैसे सकती है?

वेदव्यास

एक सैनिक यह चिंता कब करता है कि उसके बाद उसके काम का क्या होगा? वह तो अपने वर्तमान कर्त्तव्य की ही चिंता करता है।

महात्मा गांधी

चिंता जीवन की शत्रु है।

विलियम शेक्सपियर

प्रत्येक व्यक्ति यह चिंता करता है कि उसका पड़ोसी उसे ठग ले। किंतु एक दिन ऐसा आता है जब वह यह चिंता करना प्रारंभ करता है कि कहीं वह अपने पड़ोसी को ठग ले। तब सब ठीक चलता है। अब वह अपनी बाजार-गाड़ी को सूर्य रथ में परिवर्तित कर चुका है।

राल्फ़ वाल्डो इमर्सन

मैंने मृत्यु का चिंतन तो काफ़ी किया है, लेकिन मृत्यु की चिंता मैं नहीं करता।

काका कालेलकर

मैं उस मृत्यु की चिंता नहीं करता जो अकस्मात् झटके से सांसों की डोर को तोड़ देगी। मैं उस मृत्यु के बारे में अक्सर सोचता हूँ जो क्षण-क्षण घटित हो रही है, हममें, तुममें, सबमें।

धर्मवीर भारती

उस अनुपम परम पुरुष के पदों में पहुँचे बिना मन की चिंता कभी नहीं मिट सकती।

तिरुवल्लुवर

प्यार में मेरी आधी चिंता यह थी कि प्यार को हानिरहित और ख़ुशनुमा बनाने के लिए उसे क्या रूप दिया जाए।

एलिस मुनरो

निकम्मे बैठे हुए चिंतन करते रहना, अथवा बिना काम किए शुद्ध विचार का दावा करना मानो सोते-सोते खर्राटें मारना है।

सरदार पूर्ण सिंह

महात्माओं का प्रभाव अचिंत्य होता है।

बाणभट्ट

चिंताएँ तिनकों से भी अधिक होती हैं।

वेदव्यास

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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