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नींद पर उद्धरण

नींद चेतन क्रियाओं के

विश्राम की नित्यप्रति की अवस्था है। प्रस्तुत चयन में नींद के अवलंब से अपनी बात कहती कविताओं का संकलन किया गया है।

निद्रा भी कैसी प्यारी वस्तु है। घोर दु:ख के समय भी मनुष्य को यही सुख देती है।

जयशंकर प्रसाद

मैं सवाल-जवाब करता रहता हूँ, जब तक नींद नहीं जाए।

राजकमल चौधरी

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