Font by Mehr Nastaliq Web

उम्मीद पर उद्धरण

आशा निर्बलता से उत्पन्न होती है, पर उसके गर्भ से शक्ति का जन्म होता है।

प्रेमचंद

हमें मार्ग पर चलना भी है, मार्ग बनाना भी है।

ज्ञानरंजन

अपने बीवी-बच्चों से, दोस्तों से, कोई अपेक्षा नहीं होनी चाहिए, अपने आपसे भी।

कृष्ण बलदेव वैद

जैसे अँधेरे में घिरा एक तरुण पौधा प्रकाश में आने को अपने अँगूठों से उचकता है। उसी तरह जब मृत्यु एकाएक आत्मा पर नकार का अँधेरा डालती है तो यह आत्मा रौशनी में उठने की कोशिश करती है। किस दुःख की तुलना इस अवस्था से की जा सकती है, जिसमें अँधेरा अँधेरे से बाहर निकलने का रास्ता रोकता है।

रवींद्रनाथ टैगोर

प्यार, आशा और निराशा के बीच एक काँपता हुआ पुल है।

यून फ़ुस्से

मैं अपने विवेक से निराशावादी हूँ लेकिन अपनी इच्छाशक्ति से आशावादी हूँ।

अंतोनियो ग्राम्शी

तुम्हें बहुत ज़्यादा प्रयासरत रहना चाहिए। संयत होना आसान नहीं है।

जॉर्ज आरवेल

उम्मीद से बनता है एक बाग़।

विलियम स्टैनले मर्विन

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए