चोर पर कविताएँ

चोरी करने वाला व्यक्ति

चोर कहा जाता है। चौर्यकर्म में निहित रहस्यात्मकता, कौतुक, दुस्साहसिकता के कारण कवियों द्वारा चोर पर्याप्त आकर्षण से कविता में तलब किए जाते रहे हैं।

चोरी

गीत चतुर्वेदी

जेबक़तरे

अविनाश मिश्र

चोर

हरि मृदुल

चोरी

नीलेश रघुवंशी

किंतु वे ख़ामोश रहे

शिवमंगल सिद्धांतकर

मुख़बिर निशान

सरबजीत गरचा

रहस्य-15

सोमेश शुक्ल

साइकिल चोर

अनिरुद्ध उमट

उधर के चोर

अरुण कमल

झारखंड एक्सप्रेस-4

अरुण चंद्र राय

जश्न-ए-रेख़्ता (2022) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

फ़्री पास यहाँ से प्राप्त कीजिए