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वैश्विक कविता पर कविताएँ

विदा

सर्गेई येसेनिन

कविता और टैक्स-इंसपेक्टर

व्लादिमीर मायाकोव्स्की

ईर्ष्या

मारीना त्स्वेतायेवा

कभी-कभी मैं

अन्ना अख्मातोवा

अपने बेटों के बेटे

इलिया एहरेनबुर्ग

रूसी क्रांति के प्रति

वालेरी ब्रियुसोव

झूठ

येव्गेनी येव्तुशेंको

प्राणी की विशेष पहचान

सर्गेई येसेनिन

यह उत्कट जिप्सी प्रेम

मारीना त्स्वेतायेवा

एक बजे के बाद

व्लादिमीर मायाकोव्स्की

हेमलेट

बोरीस पस्तेरनाक

मित्रों की विदाई

निकोलाय ज़बोलोत्स्की

दांते की समाधि के पास

निकोलाय ज़बोलोत्स्की

हाँ और ना

मर्गारीता अलिगेर

स्वागत

सिल्वा कपुतिक्यान

सब कुछ लूट लिया है

अन्ना अख्मातोवा

अमरता

सामुईल मर्शाक

घर

मारीना त्स्वेतायेवा

मुझे कोई खेद नहीं

सर्गेई येसेनिन

अस्पताल में

बोरीस पस्तेरनाक

बुलाना नहीं...

अलेक्सांद्र ब्लोक

यास्वो के नज़दीक भुखमरी शिविर

वीस्वावा षिम्बोर्स्का

रात के धुँधलके से ढकी

अलेक्सांद्र ब्लोक

सैर

निकोलाय ज़बोलोत्स्की

शिखरों का समवेत गान

निकोलाई असेयेव

भारत के कवियों के प्रति

इराकली अबाशीद्ज़े

किरोव हमारे साथ है

निकोलाई तिखोनोव

क़ब्रगाह के पायदान...

अलेक्सांद्र ब्लोक

विकिरण रोग

रोबेर्त रोज़्देस्त्वेंस्की

शाश्वतता

सामुईल मर्शाक

वाइन पीते हुए

वीस्वावा षिम्बोर्स्का

एक मुक्तक

वेलिमिर ख्लेब्निकोव

मैंने सराफ़ से पूछा

सर्गेई येसेनिन

पसंद अपनी-अपनी

व्लादिमीर मायाकोव्स्की

इतवार को अपने हृदय से

वीस्वावा षिम्बोर्स्का

सीथियाई

अलेक्सांद्र ब्लोक

अस्पताल से रपट

वीस्वावा षिम्बोर्स्का

चिंतन एक कुमारी का

मिखाइल इसाकोव्स्की

तुम देखते हो...

अलेक्सांद्र ब्लोक

एक वसीयत के प्रारूप की प्रतिलिपि

यारोस्लाव स्मेलयाकोव

रात सड़क लैंप...

अलेक्सांद्र ब्लोक

वसीयत

निकोलाय ज़बोलोत्स्की

माँ को पत्र

सर्गेई येसेनिन

वियतनाम

वीस्वावा षिम्बोर्स्का

प्रतीक्षा न करो...

अलेक्सांद्र ब्लोक

सुबह का गीत

निकोलाय ज़बोलोत्स्की

एक अमरीकी लेखक से बातचीत

येव्गेनी येव्तुशेंको

कवि

सर्गेई येसेनिन

प्रेयसी से

व्लादिमीर सोलोवएव