Font by Mehr Nastaliq Web

जेल पर उद्धरण

जेल में लिखी गई और क़ैद-संबंधी

कविताओं का संग्रह।

स्त्रियों को बचपन से ही सिखाया जाता है कि सुंदरता उनका छत्र है, इसलिए मन शरीर को आकार देता है और अपने चमकदार पिंजरे में घूमते हुए केवल अपनी जेल को सजाना चाहता है।

मैरी वोलस्टोनक्राफ़्ट

जो लोग जेल में बंद हैं, वे खुली हवा का महत्व उनके जेलरों से बेहतर जानते हैं।

एलेन सिक्सू

कोई कुर्सी भी किसी छोटी, सीमित जगह की तरह जेल ही होती है।

ग्लोरिया स्टाइनम

मुझे कलंक कालिमा के कारागार में बंद कर मर्म वाक्य के धुएँ से दम घोंटकर मार डालने की आशा करो। आज मेरी असहायता मुझे अमृत पिला कर मेरा निर्लज्ज जीवन बढ़ाने के लिए तत्पर है।

जयशंकर प्रसाद