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जेल पर कविताएँ

जेल में लिखी गई और क़ैद-संबंधी

कविताओं का संग्रह।

जेल में आती तुम्हारी याद

शिवमंगल सिंह 'सुमन'

सुबह

हो चि मिन्ह

जेल में जुआरी

हो चि मिन्ह

चाँदनी

हो चि मिन्ह

शाम

हो चि मिन्ह

डायरी का आरंभ

हो चि मिन्ह

कै़दी का खाना

हो चि मिन्ह

अपराह्न

हो चि मिन्ह

दुपहर

हो चि मिन्ह

क़ैदख़ाना

अशरफ़ अबूल-याज़िद

ठंडी रात

हो चि मिन्ह

कारागार से चाँदनी रात

नीलाद्रि भूषण हरिचंदन

जेल

मनोज छाबड़ा

हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली

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