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जेल पर उद्धरण

जेल में लिखी गई और क़ैद-संबंधी

कविताओं का संग्रह।

स्त्रियों को बचपन से ही सिखाया जाता है कि सुंदरता उनका छत्र है, इसलिए मन शरीर को आकार देता है और अपने चमकदार पिंजरे में घूमते हुए केवल अपनी जेल को सजाना चाहता है।

मैरी वोलस्टोनक्राफ़्ट

जो लोग जेल में बंद हैं, वे खुली हवा का महत्व उनके जेलरों से बेहतर जानते हैं।

एलेन सिक्सू

कोई कुर्सी भी किसी छोटी, सीमित जगह की तरह जेल ही होती है।

ग्लोरिया स्टाइनम

जेल में रहते-रहते आत्मनिष्ठ सत्य एक हो जाते हैं। ऐसा प्रतीत होता है मानो भाव और स्मृति सत्य में परिणत हो गए हैं। मेरा भी ऐसा ही हाल है। भाव ही इस समय मेरे लिए सत्य है। इसका कारण भी स्पष्ट है—एकत्व-बोध में ही शांति है।

सुभाष चंद्र बोस

मनोवैज्ञानिक अध्ययन की दृष्टि से जेल को अत्यंत उपयुक्त परीक्षण-शाला कह सकते है। वहाँ कोई व्यक्ति देर तक मुँह पर नक़ाब नहीं रख सकता। जल्दी या देर में उसका असली रूप प्रकट हो ही जाता है जेल में मनुष्य के आंतरिक गुण और अवगुण सात परदों को फाड़कर बाहर निकल आते हैं।

इंद्र विद्यावाचस्पति

जेल जाना गौरव की बात है। कोई भी जेल जाकर हमपर एहसान नहीं करता वह स्वयं कृतार्थ होता है।

महात्मा गांधी

मुझे कलंक कालिमा के कारागार में बंद कर मर्म वाक्य के धुएँ से दम घोंटकर मार डालने की आशा करो। आज मेरी असहायता मुझे अमृत पिला कर मेरा निर्लज्ज जीवन बढ़ाने के लिए तत्पर है।

जयशंकर प्रसाद

एक ऐसी जेल में रहना बेहतर था, जहाँ आप दीवारों को पीट सकते थे; बजाय एक ऐसी जेल में रहने के, जहाँ आप देख नहीं सकते थे।

कार्सन मैक्कुलर्स