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बचपन पर उद्धरण

स्त्रियों को बचपन से ही सिखाया जाता है कि सुंदरता उनका छत्र है, इसलिए मन शरीर को आकार देता है और अपने चमकदार पिंजरे में घूमते हुए केवल अपनी जेल को सजाना चाहता है।

मैरी वोलस्टोनक्राफ़्ट

स्नेह से उत्पन्न दया नामक शिशु, धन नामक धाय से पोषित होता है।

तिरुवल्लुवर

बचपन में हमेशा एक पल होता है, जब दरवाज़ा खुलता है और भविष्य को प्रवेश करने देता है।

ग्राहम ग्रीन

बंधुओं तथा मित्रों पर नहीं, शिष्य का दोष केवल उसके गुरु पर पड़ता है। माता-पिता का अपराध भी नहीं माना जाता क्योंकि वे तो बाल्यावस्था में ही अपने बच्चों को गुरु के हाथों में समर्पित कर देते हैं।

भास

शिशु के जीवन में अनेक पथ अज्ञात रहते हैं, वहाँ पर कल्पना की अबाध गति देखने को मिलती है और प्रत्येक शिशु इसी अज्ञात को अपने-अपने चरित्र और क्षमता के अनुसार, अनेक और विभिन्न मूर्तियों के माध्यम से पहचानता हुआ चलता है।

अवनींद्रनाथ ठाकुर

छोटेपन में अहंकार का दर्प इतना प्रचंड होता है कि वह अपने को ही खंडित करता रहता है।

हजारीप्रसाद द्विवेदी

बचपन विवेक की निद्रा है।

रूसो

बचपन मनुष्य पर कभी-कभी दुबारा भी आता है परंतु यौवन कभी नहीं।

अन्ना ब्राउनेल जेम्सन

हम खेलना बंद नहीं करते क्योंकि हम बूढ़े हो जाते हैं; हम बूढ़े हो जाते हैं क्योंकि हम खेलना बंद कर देते हैं।

जॉर्ज बर्नार्ड शॉ

मेरे पास वह सब है जिसे मैंने खो दिया। मैं अपना बचपन ऐसे लेकर चलती हूँ जैसे कोई पसंदीदा फूल हाथों को ख़ुशबुओं से भर देता है।

गैब्रिएला मिस्ट्राल

बचपन के जंगली बाग़ीचे में सब कुछ एक अनुष्ठान है।

पाब्लो नेरूदा

मैं एक प्यारा बच्चा था।

ज्यां मिशेल बस्कवा