संस्कृति एक अलग चीज़ है। यह एक संगठन है, व्यक्ति के अंतस का अनुशासन, अपने व्यक्तित्व से सामन्जस्य की एक स्थिति; यह एक उच्चतर जागरूकता की स्थिति है, जिसकी सहायता से व्यक्ति
संस्कृति एक विशेषाधिकार है। शिक्षा एक विशेषाधिकार है। पर हम नहीं चाहते कि ऐसा हो। संस्कृति के सामने सभी युवा एक समान होने चाहिए।