एनसीईआरटी पर कविताएँ

घर की याद

भवानीप्रसाद मिश्र

सरोज-स्मृति

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

बनारस

केदारनाथ सिंह

फ़र्श पर

निर्मला गर्ग

एक माँ की बेबसी

कुँवर नारायण

जंगल

लक्ष्मीनारायण पयोधि

ओस

सोहनलाल द्विवेदी

आत्मपरिचय

हरिवंशराय बच्चन

फ़सल

नागार्जुन

सहर्ष स्वीकारा है

गजानन माधव मुक्तिबोध

गुड़िया

कुँवर नारायण

दिशा

केदारनाथ सिंह

दीवानों की हस्ती

भगवतीचरण वर्मा

क़ैदी और कोकिला

माखनलाल चतुर्वेदी

आओ, मिलकर बचाएँ

निर्मला पुतुल

संध्या के बाद

सुमित्रानंदन पंत

थोड़ी धरती पाऊँ

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

कविता के बहाने

कुँवर नारायण

संगतकार

मंगलेश डबराल

आत्मत्राण

रवींद्रनाथ टैगोर

पानी और धूप

सुभद्राकुमारी चौहान

भगवान के डाकिए

रामधारी सिंह दिनकर

छाया मत छूना

गिरिजाकुमार माथुर

एक तिनका

अयोध्या सिंह उपाध्याय हरिऔध

हे भूख! मत मचल

अक्कमहादेवी

किताबें

सफ़दर हाश्मी

मेघ आए

सर्वेश्वरदयाल सक्सेना

वे आँखे

सुमित्रानंदन पंत

अटक नहीं रही है

सूर्यकांत त्रिपाठी निराला

पतंग

आलोकधन्वा

हम पंछी उन्मुक्त गगन के

शिवमंगल सिंह सुमन

उषा

शमशेर बहादुर सिंह

बात सीधी थी पर

कुँवर नारायण

गुरु और चेला

सोहनलाल द्विवेदी

यमराज की दिशा

चंद्रकांत देवताले

मनुष्यता

मैथिलीशरण गुप्त

बगुलों के पंख

उमाशंकर जोशी

आषाढ़ का पहला दिन

भवानीप्रसाद मिश्र

गीत-अगीत

रामधारी सिंह दिनकर

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए