
एकांत : रूप की प्यारी-सी अनुपस्थिति।

अगर तुम्हारे भीतर से एक आवाज़ आती है कि तुम चित्र नहीं बना सकते, तब किसी भी तरह से तुम्हें चित्र बनाने चाहिए; और फिर वह आवाज़ शांत हो जाएगी।


मौन भी बोलने का एक तरीक़ा है।

एकांत : रूप की प्यारी-सी अनुपस्थिति।
अगर तुम्हारे भीतर से एक आवाज़ आती है कि तुम चित्र नहीं बना सकते, तब किसी भी तरह से तुम्हें चित्र बनाने चाहिए; और फिर वह आवाज़ शांत हो जाएगी।
मौन भी बोलने का एक तरीक़ा है।