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शोर पर उद्धरण

शोर कुछ भी साबित नहीं करता है। अक्सर जो मुर्ग़ी अंडा दे रही होती है, वह ऐसे कुड़कुड़ाती है; मानो उसने किसी क्षुद्र ग्रह को जन्म दिया हो।

मार्क ट्वेन

चारों तरफ़ उपवासों का शोर है, उपवास, उसके विरुद्ध उपवास, विरुद्ध उपवास के विरुद्ध उपवास और विरुद्ध के, विरुद्ध के विरुद्ध उपवास।

धर्मवीर भारती

आवाज़ करने से आवाज़ नहीं मिटती है, चुप्पी से मिटती है।

महात्मा गांधी
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