वर्षा पर कविताएँ
ऋतुओं का वर्णन और उनके
अवलंब से प्रसंग-निरूपण काव्य का एक प्रमुख तत्त्व रहा है। इनमें वर्षा अथवा पावस ऋतु की अपनी अद्वितीय उपस्थिति रही है, जब पूरी पृथ्वी सजल हो उठती है। इनका उपयोग बिंबों के रूप में विभिन्न युगीन संदर्भों के वर्णन के लिए भी किया गया है। प्रस्तुत चयन में वर्षा विषयक विशिष्ट कविताओं का संकलन किया गया है।
संबंधित विषय
- आकाश
- आत्म
- आँसू
- एनसीईआरटी कक्षा-12 (NCERT CLASS-12)
- एनसीईआरटी कक्षा-2 (NCERT CLASS-2)
- एनसीईआरटी कक्षा-8 (NCERT CLASS-8)
- एनसीईआरटी समस्त (NCERT ALL)
- करुणा
- कश्मीरी कविता
- किसान
- कोरोना
- गाँव
- चुंबन
- चीज़ें
- जिज्ञासा
- जीवन
- दुख
- देश
- देशभक्ति
- नींद
- पेड़
- पत्र
- प्रकृति
- प्रेम
- फूल
- बच्चे
- बादल
- बाल साहित्य
- मृत्यु
- मराठी कविता
- मलयालम कविता
- माँ
- मौसम
- रेल
- रात
- रोग
- लोक
- वर्षा
- वसंत
- वियोग
- शहर
- शिकायत
- सृजन
- स्त्री
- संबंध
- स्मृति