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दर्शन पर कविताएँ

सिर्फ़ एक जन्म

प्रसन्न कुमार महांति

दुःख होता है सयाना

आसावरी काकडे

मधुमक्खी का गीत

रंजिता नायक

कुआँ

चरणजीत सोहल

सम्वाद

नारायण सुर्वे

यह सड़क

वीरभद्र कार्कीढोली

सर्जन-विसर्जन

प्यारा सिंह सहराई

रब्ब-रब्ब मत कहो

हरभजन सिंह कोमल

घर

कुलदीप कल्पना

पूर्ण व्यथा

बलिहार सिंह रंधावा

निमित्त के दरवाज़े अचानक खुलते हैं

दिलीप पुरुषोत्तम चित्रे

ओ टाहली के पत्तो

मौला बख़्श कुश्ता

लिबास

अमर ज्योति

युद्ध

संग्राम जेना

ग़ज़ल

गुरभजन गिल

खेल

अजमेर रोडे

कितनी देर और

गुरनाम गिल

अलगोजे

अमरजीत चंदन

खिड़की

वसंत आबाजी डहाके

फुलकारी

ईश्वर दयाल गौड़

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

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