Font by Mehr Nastaliq Web

जगह पर कविताएँ

लाइम रेगिस स्टेशन

कोलिन फ़ाल्क

हम जहाँ सही होते हैं

येहूदा आमिखाई

उतनी ही जगह में

सी. पी. कवाफ़ी

एक बार लौटा फिर

येहूदा आमिखाई

कमरे के बारे में

शुन्तारो तानीकावा

पहिया बदलना

बेर्टोल्ट ब्रेष्ट

छायाओं की दुनिया

हंस माग्नुस एन्त्सेंसबर्गर

चौक

होर्खे लुइस बोर्खेस

ग्रीष्मावकाश

कोलिन फ़ाल्क

न्यू इंग्लैंड : 1967

होर्खे लुइस बोर्खेस

शालीनता में खोया

येहूदा आमिखाई

उतनी ही जगह में

सी. पी. कवाफ़ी

दूर जगह

मिशियो माडो

ठाहर

हरेकृष्ण झा