Font by Mehr Nastaliq Web
Czesław Miłosz's Photo'

चेस्लाव मिलोस्ज़

1911 - 2004

चेस्लाव मिलोस्ज़ के उद्धरण

श्रेणीबद्ध करें

मुझे कहीं और नहीं बल्कि स्वर्ग में रहने के लिए बनाया गया था। बस, यही मेरी आनुवंशिक असमर्थता थी। यहाँ पृथ्वी पर हर गुलाब के कांटे की चुभन एक घाव में बदल जाती थी। जब सूर्य बादलों के पीछे छिप जाता था, तो मैं दुखी हो जाता था। मैंने सुबह से शाम तक दूसरों की तरह काम करने का नाटक किया, लेकिन मैं अनुपस्थित था, अदृश्य देशों के लिए समर्पित।

मुझे कहीं और नहीं बल्कि स्वर्ग में रहने के लिए बनाया गया था। बस, यही मेरी आनुवंशिक असमर्थता थी। यहाँ पृथ्वी पर हर गुलाब के कांटे की चुभन एक घाव में बदल जाती थी। जब सूर्य बादलों के पीछे छिप जाता था, तो मैं दुखी हो जाता था। मैंने सुबह से शाम तक दूसरों की तरह काम करने का नाटक किया, लेकिन मैं अनुपस्थित था, अदृश्य देशों के लिए समर्पित।

नदियों के नाम तुम्हारे साथ रहते हैं। वे नदियाँ कितनी अंतहीन लगती हैं! तुम्हारे खेत ख़ाली पड़े हैं, शहर की मीनारें पहले जैसी नहीं रहीं। तुम सीमा पर खड़े होकर मौन हो।

नदियों के नाम तुम्हारे साथ रहते हैं। वे नदियाँ कितनी अंतहीन लगती हैं! तुम्हारे खेत ख़ाली पड़े हैं, शहर की मीनारें पहले जैसी नहीं रहीं। तुम सीमा पर खड़े होकर मौन हो।

जिस चीज़ की कोई छाया नहीं होती, उसमें जीवित रहने की ताक़त भी नहीं होती।

जिस चीज़ की कोई छाया नहीं होती, उसमें जीवित रहने की ताक़त भी नहीं होती।

कोई ज़िम्मेदारी नहीं। मुझे गंभीर या कलात्मक रूप से परिपूर्ण होने की आवश्यकता नहीं है। ही मुझे श्रेष्ठ या प्रेरणादायक होने की आवश्यकता है। मैं बस घूमता हूँ। मैं कहता हूँ: 'तुम भाग रहे थे, यह ठीक है। यह करने लायक था।' और अब, दुनिया का संगीत मुझे बदल रहा है। मेरा नक्षत्र एक नए घर में प्रवेश कर रहा है। पेड़ और घास और स्पष्ट हो जाते हैं। एक के बाद एक दर्शन ख़त्म हो जाते हैं। सब कुछ हल्का है, लेकिन कम विचित्र नहीं। और इसी बीच, वह चीज़ यहाँ चुकी है। अदृश्य। जो इसका अनुमान लगा सकेगा, वही समझ पाएगा। अब दूसरों को इसकी देखभाल करने दो। मेरे लिए यह समय आराम करने का है।

कोई ज़िम्मेदारी नहीं। मुझे गंभीर या कलात्मक रूप से परिपूर्ण होने की आवश्यकता नहीं है। ही मुझे श्रेष्ठ या प्रेरणादायक होने की आवश्यकता है। मैं बस घूमता हूँ। मैं कहता हूँ: 'तुम भाग रहे थे, यह ठीक है। यह करने लायक था।' और अब, दुनिया का संगीत मुझे बदल रहा है। मेरा नक्षत्र एक नए घर में प्रवेश कर रहा है। पेड़ और घास और स्पष्ट हो जाते हैं। एक के बाद एक दर्शन ख़त्म हो जाते हैं। सब कुछ हल्का है, लेकिन कम विचित्र नहीं। और इसी बीच, वह चीज़ यहाँ चुकी है। अदृश्य। जो इसका अनुमान लगा सकेगा, वही समझ पाएगा। अब दूसरों को इसकी देखभाल करने दो। मेरे लिए यह समय आराम करने का है।

प्रेम में पड़ना और वास्तव में प्रेम करने में सक्षम होना एक ही बात नहीं है।

प्रेम में पड़ना और वास्तव में प्रेम करने में सक्षम होना एक ही बात नहीं है।

धर्म लोगों की अफ़ीम हुआ करता था। अपमान, दर्द, बीमारी और ग़ुलामी सहने वाले लोगों के लिए, धर्म अगले जन्म के उपहार का वादा करता था। लेकिन अब, हम एक परिवर्तन देख रहे हैं; सच्चा अफ़ीम अब है मृत्यु के बाद शून्यता में विश्वास, यह विशाल सांत्वना और राहत कि हमारी गद्दारी, लालच, कायरता और हत्याओं का न्याय नहीं किया जाएगा।

धर्म लोगों की अफ़ीम हुआ करता था। अपमान, दर्द, बीमारी और ग़ुलामी सहने वाले लोगों के लिए, धर्म अगले जन्म के उपहार का वादा करता था। लेकिन अब, हम एक परिवर्तन देख रहे हैं; सच्चा अफ़ीम अब है मृत्यु के बाद शून्यता में विश्वास, यह विशाल सांत्वना और राहत कि हमारी गद्दारी, लालच, कायरता और हत्याओं का न्याय नहीं किया जाएगा।

ग्रह का उज्ज्वल पक्ष अंधकार की ओर बढ़ रहा है और सभी शहर अपनी-अपनी घड़ी के अनुसार नींद में डूबते जा रहे हैं। और मेरे लिए, अब भी वैसा ही है, यह सब बहुत ज़्यादा है। दुनिया बहुत बड़ी है।

ग्रह का उज्ज्वल पक्ष अंधकार की ओर बढ़ रहा है और सभी शहर अपनी-अपनी घड़ी के अनुसार नींद में डूबते जा रहे हैं। और मेरे लिए, अब भी वैसा ही है, यह सब बहुत ज़्यादा है। दुनिया बहुत बड़ी है।

और जब लोग यह मानना बंद कर देंगे कि अच्छा और बुरा कुछ होता है, केवल सुंदरता उन्हें पुकारेगी और बचाएगी ताकी वे जान सकें कि क्या सच है और क्या झूठ।

और जब लोग यह मानना बंद कर देंगे कि अच्छा और बुरा कुछ होता है, केवल सुंदरता उन्हें पुकारेगी और बचाएगी ताकी वे जान सकें कि क्या सच है और क्या झूठ।

मनुष्य का सच्चा शत्रु सामान्यीकरण है।

मनुष्य का सच्चा शत्रु सामान्यीकरण है।

तो मैं भगवान बनना चाहता हूँ और ही नायक। बस एक पेड़ में बदल जाऊँ, सदियों तक बढ़ता रहूँ और किसी को चोट पहुँचाऊँ।

तो मैं भगवान बनना चाहता हूँ और ही नायक। बस एक पेड़ में बदल जाऊँ, सदियों तक बढ़ता रहूँ और किसी को चोट पहुँचाऊँ।

आप देखिए कि मैं शब्दों के माध्यम से सबसे महत्वपूर्ण चीज़ों तक पहुँचने की कोशिश करता हूँ और कैसे असफल हो जाता हूँ।

आप देखिए कि मैं शब्दों के माध्यम से सबसे महत्वपूर्ण चीज़ों तक पहुँचने की कोशिश करता हूँ और कैसे असफल हो जाता हूँ।

जोश की आवाज़, तर्क की आवाज़ से बेहतर है। जिन लोगों में जोश हो वे इतिहास नहीं बदल सकते।

जोश की आवाज़, तर्क की आवाज़ से बेहतर है। जिन लोगों में जोश हो वे इतिहास नहीं बदल सकते।

जब एक लेखक परिवार में जन्म लेता है, तो परिवार समाप्त होने की ओर अग्रसित हो जाता है।

जब एक लेखक परिवार में जन्म लेता है, तो परिवार समाप्त होने की ओर अग्रसित हो जाता है।

विश्वास करना कि आप अद्भुत हैं, और धीरे-धीरे यह पता चलना कि आप अद्भुत नहीं हैं। यह एक इंसानी जीवन के लिए पर्याप्त श्रम है।

विश्वास करना कि आप अद्भुत हैं, और धीरे-धीरे यह पता चलना कि आप अद्भुत नहीं हैं। यह एक इंसानी जीवन के लिए पर्याप्त श्रम है।

भाषा ही एकमात्र मातृभूमि है।

भाषा ही एकमात्र मातृभूमि है।

जब मनुष्यों के पास ख़ुद को किसी चीज़ पर निर्भर होने के लिए और कुछ नहीं होता, तब वे भ्रम पर निर्भर हो जाते हैं।

जब मनुष्यों के पास ख़ुद को किसी चीज़ पर निर्भर होने के लिए और कुछ नहीं होता, तब वे भ्रम पर निर्भर हो जाते हैं।

सांत्वना: शांत हो जाओ। तुम्हारे पाप और पुण्य दोनों भुला दिए जाएँगे।

सांत्वना: शांत हो जाओ। तुम्हारे पाप और पुण्य दोनों भुला दिए जाएँगे।

कविता का उद्देश्य हमें यह याद दिलाना है कि केवल एक व्यक्ति बने रहना कितना कठिन है, क्योंकि हमारे घर खुले हैं, दरवाज़ों में कोई चाबी नहीं है और अदृश्य अतिथि अपनी इच्छा अनुसार घर के अन्दर बाहर जा सकते हैं।

कविता का उद्देश्य हमें यह याद दिलाना है कि केवल एक व्यक्ति बने रहना कितना कठिन है, क्योंकि हमारे घर खुले हैं, दरवाज़ों में कोई चाबी नहीं है और अदृश्य अतिथि अपनी इच्छा अनुसार घर के अन्दर बाहर जा सकते हैं।

मैं विरोधाभासों से बना हूँ, और यही कारण है कि मेरे लिए कविता दर्शनशास्त्र से बेहतर माध्यम है।

मैं विरोधाभासों से बना हूँ, और यही कारण है कि मेरे लिए कविता दर्शनशास्त्र से बेहतर माध्यम है।

एक कमरे में, जहाँ लोग चुप्पी की साजिश का समर्थन करते हैं, सत्य का एक शब्द पिस्तौल की गोली की तरह लगता है।

एक कमरे में, जहाँ लोग चुप्पी की साजिश का समर्थन करते हैं, सत्य का एक शब्द पिस्तौल की गोली की तरह लगता है।

मैंने कविता को 'वास्तविकता की भावनात्मक खोज' के रूप में परिभाषित किया है।

मैंने कविता को 'वास्तविकता की भावनात्मक खोज' के रूप में परिभाषित किया है।

यह जीवितों की ज़िम्मेदारी है - उनके लिए बोलना जो अपनी कहानी बयाँ नहीं कर सकते।

यह जीवितों की ज़िम्मेदारी है - उनके लिए बोलना जो अपनी कहानी बयाँ नहीं कर सकते।

मेरी मूर्खता का इतिहास कई खंडों में भरा जा सकता है।

मेरी मूर्खता का इतिहास कई खंडों में भरा जा सकता है।

विडंबना दासों की महिमा है।

विडंबना दासों की महिमा है।

सभी टूटी और खोई हुई चीज़ों में, मुझे सबसे ज़्यादा चिंता चीनी मिट्टी की चीज़ों की होती है।

सभी टूटी और खोई हुई चीज़ों में, मुझे सबसे ज़्यादा चिंता चीनी मिट्टी की चीज़ों की होती है।

aaj ik aur baras biit gayā us ke baġhair

jis ke hote hue hote the zamāne mere

Recitation