प्रेम पर काव्य खंड

प्रेम के बारे में जहाँ

यह कहा जाता हो कि प्रेम में तो आम व्यक्ति भी कवि-शाइर हो जाता है, वहाँ प्रेम का सर्वप्रमुख काव्य-विषय होना अत्यंत नैसर्गिक है। सात सौ से अधिक काव्य-अभिव्यक्तियों का यह व्यापक और विशिष्ट चयन प्रेम के इर्द-गिर्द इतराती कविताओं से किया गया है। इनमें प्रेम के विविध पक्षों को पढ़ा-परखा जा सकता है।

भँवरगीत

नंददास

राउलवेल

रोडा कवि

उद्धव-शतक

जगन्नाथदास रत्नाकर

पंचवटी

मैथिलीशरण गुप्त

वसंत वर्णन

अब्दुल रहमान

शरद वर्णन

अब्दुल रहमान

ग्रीष्म वर्णन

अब्दुल रहमान

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

पास यहाँ से प्राप्त कीजिए