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मुक्ति पर कविताएँ

मुक्ति

शफ़ी शौक़

लूली विदा

हरभजन सिंह

खंडित अहं

जगदीश चतुर्वेदी

एक दिन

श्री अरविंद

जो भी चुभता है

सती कुमार

तुम सूरज बनकर आओ

अग्निपुष्प

भ्रम

ग़ुलाम मोहम्मद ग़मगीन

मुक्ति

रवींद्रनाथ टैगोर

समाधि

विजयिनी दास

मुक्त

कुसुमाग्रज

आज सुबह

मनोरमा बिश्वाल महापात्र

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

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