स्मरण को पाथेय बनने दो
ये हैं प्रोफ़ेसर शशांक
‘‘आप कहाँ के रहने वाले हैं?’’ प्रो. शशांक की धाराप्रवाह बंगला सुनकर एक बंगाली प्रोफ़ेसर ने पूछा।
‘‘कहाँ का बताऊँ?’’
‘‘क्यों, आप जहाँ के रहने वाले हों।’’
‘‘देखिए, असल में बात यह है कि मैं शरीर को प्रधानता नहीं देता, वह तो बाह्य