Font by Mehr Nastaliq Web

सूर्यास्त पर कविताएँ

सूर्यास्त

आलोकधन्वा

साँझ

शुभम् आमेटा

पक्षी और तारे

आलोकधन्वा

अपवर्तन

अमृत रंजन

पहाड़ों के जलते शरीर

वंशी माहेश्वरी

क़स्बे में दिन ढले

रघुवीर सहाय

सूरज

शंभु यादव

सूर्यास्त

नीलाभ अश्क

सूर्यास्त

राजुला शाह

दिन ढलने से पहले

अरुणाभ सौरभ

सूर्यास्त से पहले

प्रयाग शुक्ल

सूर्यास्त

प्रेम रंजन अनिमेष

सूरज में कितनी किरणें हैं?

कुमारेन्द्र पारसनाथ सिंह

शाम

अरुण कमल

जश्न-ए-रेख़्ता | 13-14-15 दिसम्बर 2024 - जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम, गेट नंबर 1, नई दिल्ली

टिकट ख़रीदिए