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वैयक्तिकता पर उद्धरण

जीवन और प्रेम का विकसित क्रम द्वैत नहीं अद्वैत है

विजयदान देथा

इंडिविजुअल ह्यूमन बीइंग्स—जिस पर यूरोप को गर्व है कि उनकी देन है—मैं कहना चाहता हूँ कि भारत में वह भक्ति की देन है। वह अंग्रेजों का तोहफ़ा नहीं है।

नामवर सिंह

इंग्लैंड वैयक्तिकता, सनक, अनधिकृतमत असंगतियों, शौक़ों और मज़ाक़ों का स्वर्ग है।

जॉर्ज सांतायाना

भारत पार्थक्य को विरोध नहीं समझता, परकीय को शत्रु नहीं समझता, बिना किसी का विनाश किए, एक बृहत् व्यवस्था में सभी को स्थान देना चाहता है।

रवींद्रनाथ टैगोर