मरीना त्स्वेतायेवा के उद्धरण

अर्थ का अनुवाद किया जा सकता है। शब्द का अनुवाद नहीं किया जा सकता है… संक्षेप में—शब्द का अनुवाद कर सकते हैं, उसकी ध्वनि का नहीं।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

आपको केवल उन्हीं पुस्तकों को लिखना चाहिए जिनके न होने से आप दुखी हैं।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

लेखन कितना शांत है, छपना उतना ही शोर-शराबे वाला।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
संबंधित विषय : शांति
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

पंख आज़ादी तभी देते हैं, जब वे उड़ान में खुले हुए होते हैं। किसी की पीठ पर लदे वे भारी वज़न ही हैं।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

जल्द ही हम सभी पृथ्वी के नीचे सोएँगे, हम जो औरों को कभी भी इसके ऊपर सोने नहीं देते हैं।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

जो सबसे तेज़ जलता है, वही सबसे पहले मरता है।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
संबंधित विषय : मृत्यु
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

आप भेड़िए को चाहे कितना भी खिला दें, लेकिन वह हमेशा जंगल पर निर्भर रहता है।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
संबंधित विषय : जंगल
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

किसी ने भी एक ही नदी में दो बार क़दम नहीं रखा है, लेकिन क्या कभी किसी ने एक ही किताब को दो बार पढ़ा है?
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
संबंधित विषय : नदी
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया

जादू अनुभव से अधिक पुराना है। कहानी अभिलेख से बहुत पहले की है।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया



हर दिन जीवन छेद वाली बोरी की तरह होता है, और आपको इसे हर हालत में ढोना होता है।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
संबंधित विषय : जीवन
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया


जीवन एक रेलवे स्टेशन है, मैं जल्द ही घूमने निकल जाऊँगी—कहाँ के लिए? नहीं बता सकती हूँ।
अनुवाद : सरिता शर्मा
-
संबंधित विषय : जीवन
-
शेयर
- सुझाव
- प्रतिक्रिया