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आम पर बेला

अपने रूप, गंध, स्वाद

के कारण आम को फलों का राजा कहा जाता है और इन्हीं कारणों से प्राचीन काल से ही यह काव्य में अपनी उपस्थिति जताता रहा है।

12 नवम्बर 2024

ज़िंदगी से ग़ायब आमों की महक

ज़िंदगी से ग़ायब आमों की महक

बारिश में पेड़ से टपका आम गद्द से ज़मीन में धँस जाए, आगे-पीछे मिट्टी में लिपटे हम, मिट्टी में छिपे आम को खोजने में मिट्टी में इधर-उधर झपट्टा मारते हुए; आम खोजते और बाल्टी, बोरा और खाँची सब भर डालते। 

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