Font by Mehr Nastaliq Web

आचार्य पर उद्धरण

पतंजलि के महाभाष्य से पता चलता है कि पाणिनि अत्यंत बुद्धिशाली आचार्य थे।

वासुदेवशरण अग्रवाल

आनन्द कुमारस्वामी इस अर्द्ध शताब्दी के महान् आचार्यों में से थे। उन्होंने जो ज्ञानधारा बहाई, उसका सलिल हमारे विकसित जीवन के लिए भविष्य में और भी आवश्यक होगा। वे कला को जीवन का अभिन्न अंग मानते थे।

वासुदेवशरण अग्रवाल
  • संबंधित विषय : कला