सफलता पर कवितांश
सफलता-असफलता जीवन-प्रसंगों
से संबद्ध एक प्रमुख विषय है। समाज ने सफलता-असफलता के कई मानदंड तय कर रखे हैं जो इहलौकिक भी हैं और आध्यात्मिक-दार्शनिक भी। कविताओं में भी इस विषय पर पर्याप्त अभिव्यक्तियाँ पाई जाती हैं।
जिनकी कीर्ति अक्षुण्ण है
उन्हीं मनुष्य का जीवन है श्लाघनीय
जिनका जीवन कीर्तिरहित है
वे तो मृतक समान हैं