लौटना पर उद्धरण
लौटना आधुनिक कविताओं
में एक प्रमुख मनोगतता के रूप में अभिव्यक्त है। इस चयन में शामिल कविताओं में लौटने के अनंत भावों को ग्रहण किया का सकता है।
मैंने अपनी कविता में लिखा है 'मैं अब घर जाना चाहता हूँ', लेकिन घर लौटना नामुकिन है; क्योंकि घर कहीं नहीं है।
प्रत्येक वृत्त एक ऊँचाई की प्राप्ति के बाद अनिवार्यतः अपनी भूमि की ओर लौटने को बाध्य होता है।