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जीना पर कविताएँ

वे चले गए

रफ़ाइल अलबर्ती

चौक

होर्खे लुइस बोर्खेस

क़त्ल

यूजीनियों मोंताले

उतनी ही जगह में

सी. पी. कवाफ़ी

एक नज़्म

अहमद शामलू

मैं सरलता से जीती हुई ख़ुश हूँ

मारीना त्स्वेतायेवा