प्रतिभाशाली व्यक्ति किसी कार्य में इसलिए उत्कृष्ट नहीं होते कि वे उसमें परिश्रम करते हैं। अपितु वे उसमें परिश्रम करते हैं क्योंकि वे उसमें उत्कृष्ट होते हैं।
निश्चय ही तेजस्वी लोग भी धीरे-धीरे ही वृद्धि प्राप्त करते हैं, सहसा नहीं।