कवियों की सूची

सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ

भक्तिकाल के निर्गुण संत। दादूपंथ के संस्थापक। ग़रीबदास, सुंदरदास, रज्जब और बखना के गुरु। राजस्थान के कबीर।

सुपरिचित कवि। 'पेड़ अकेला नहीं कटता' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

निमाड़ के संत सिंगाजी के शिष्य।

मुक्ति पंथ के प्रवर्तक। स्वयं को कबीर का अवतार घोषित करने वाले निर्गुण संत-कवि।

नई पीढ़ी के चर्चित कवि-लेखक।

सुपरिचित पंजाबी कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

रीतिकाल के अलक्षित कवि।

'चरनदासी संप्रदाय' से संबंधित संत चरणदास की शिष्या। कविता में सर्वस्व समर्पण और वैराग्य को महत्त्व देने के लिए स्मरणीय।

सतसई परंपरा के नीति कवि।

छठे दशक में सामने आईं प्रमुख बांग्ला कवयित्री।

संत और भक्तकवि। वेदांत और सूफ़ीवाद का एक साथ निर्वाह करने के लिए समादृत।

रीतिकाल के नीतिकार। भाव निर्वाह के अनुरूप चलती हुई भाषा में मनोहर और रसपूर्ण रचनाओं के लिए प्रसिद्ध।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

रीतिबद्ध काव्य के आचार्य कवि। अनेक राजाओं के राज्याश्रित। कविता में अर्थ-सौष्ठव और नवोन्मेष को साधने वाले प्रतिभा-पुंज।

पंजाबी भाषा के सुप्रसिद्ध कवि और चित्रकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

रामस्नेही संप्रदाय से संबद्ध संत कवि।

सुचर्चित गीतकार। आधुनिक हिंदी कविता के पहले दलित कवि। प्रारंभिक गीत, रचनाएँ और पुस्तकें देवेंद्र कुमार के नाम से प्रकाशित और प्रशंसित।

नई पीढ़ी से संबद्ध कवि-लेखक और अनुवादक। 'नूह की नाव' शीर्षक से एक कविता-संग्रह प्रकाशित।

हिंदी के सुपरिचित कवि-लेखक। काव्य-वैविध्य और प्रयोगों के लिए विशेष उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

रीतिकालीन कवि। समृद्ध भावाभिव्यक्ति के ज़रिए राजनीति को काव्य-विषय को बनाने के लिए उल्लेखनीय।

बुंदेली फाग के कवि।

सुप्रसिद्ध आलोचक, रंग-समीक्षक और गद्यकार। उनकी स्मृति में ‘देवीशंकर अवस्थी स्मृति सम्मान’ प्रदान किया जाता है।

रीतिकाल के प्रतिभाशाली कवि। काव्य के कलागत वैशिट्य के साथ भावों की स्वाभाविकता और मार्मिकता का निर्वाह करने में निपुण।

आदिकालीन काव्य धारा के जैन कवि।

जैन कवि। प्राकृत भाषा में ‘स्याद्वाद’ और ‘नय’ का निरूपण करने के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवयित्री और गद्यकार।

असमिया के अलक्षित कवि।

मराठी और अँग्रेज़ी के सुप्रसिद्ध कवि-लेखक-समीक्षक-अनुवादक के साथ ही चित्रकार, शिल्पकार और फ़िल्मकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित

सुपरिचित कवि-गद्यकार। 'कविता में उगी दूब' चर्चित कविता-संग्रह।

रीतिकालीन अलक्षित कवि।

सुपरिचित बांग्ला कवि।

अलक्षित असमिया कवि।

सुपरिचित कवि। आधुनिक कविता में परंपरा-बोध और लोक-संवेदना के लिए उल्लेखनीय।

सुपरिचित कवि और गद्यकार। 'इसी काया में मोक्ष' और 'इतिहास में अभागे' शीर्षक दो कविता-संग्रह प्रकाशित।

सुपरिचित कवि-लेखक। बाल-साहित्य में योगदान के लिए भी उल्लेखनीय।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

समादृत कवि-कथाकार और संपादक। महादेवी वर्मा और निराला पर लिखीं अपनी किताबों के लिए भी चर्चित।

योग साधना के गूढ़ पदों के लिए स्मरणीय।

रीतिकाल के महत्त्वपूर्ण कवियों में से एक। मधुर कल्पना, मार्मिकता और प्रौढ़ता से परिपूर्ण प्रतिभाशाली कवि।

रीतिकालीन संधि कवि। सतनामी संप्रदाय से संबद्ध। जगजीवनदास के शिष्य। भाषा में भोजपुरी का पुट।

ओड़िया कवि-गीतकार। ‘इंद्रायुध’ कविता-संग्रह के लिए उल्लेखनीय।

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