आँध्र प्रदेश के रचनाकार

कुल: 21

समादृत तेलुगु कवि-साहित्यकार. भारतीय ज्ञानपीठ से सम्मानित

समानांतर कहानी आंदोलन के प्रमुख कहानीकार। संवेदात्मक कहानियों के लिए उल्लेखनीय।

भक्तिकाल से संबद्ध। राधाकृष्ण के उपासक। गौड़ीय संप्रदाय के महत्वपूर्ण कवियों में से एक।

तेलुगु के सुप्रसिद्ध कवि-अनुवादक और राजनेता। ‘आंध्र टैगोर’ के रूप में लोकप्रिय।

लोकप्रिय राजनेता और अध्येता। संस्कृत काव्य-कृतियों के ओड़िया अनुवाद में योगदान।

तेलुगु भाषा के सुप्रतिष्ठित कवि-समालोचक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित तेलुगु कवि-लेखक-समालोचक। प्रगतिशील लेखन और गतिविधियों के लिए उल्लेखनीय।

सुप्रसिद्ध तेलुगु कवि-गीतकार। चरखा पर लिखे अपने गीत के लिए लोकप्रिय।

तेलुगु के सुप्रसिद्ध समालोचक-कवि। राजनेता-अर्थशास्त्री और शिक्षाविद के रूप में भी योगदान।

भाव कविता के लिए चिह्नित विदुषी तेलुगु कवयित्री।

सुप्रसिद्ध तेलुगु कवि-नाटककार और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

तेलुगु साहित्य के नवयुग के वैतालिक के रूप में समादृत नाटककार और कवि।

सुपरिचित तेलुगु कवि-लेखक-संपादक और स्वतंत्रता-सेनानी।

सुपरिचित तेलुगु कवि-अनुवादक-संपादक। रवीन्द्रनाथ ठाकुर की कृतियों के तेलुगु अनुवाद में योगदान।

सुपरिचित तेलुगु कवि और स्वतंत्रता-सेनानी। लेखिका नायनी कृष्णकुमारी के पिता।

तेलुगु कवि-नाटककार और उपन्यासकार। रचनाओं में प्राचीन भारतीय संस्कृति की झलक के लिए उल्लेखनीय।

समादृत तेलुगु कवि-गीतकार। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

तेलुगु कवयित्री। सुप्रसिद्ध कवि बसवराजु अप्पाराव की धर्म-पत्नी।

तेलुगु प्रगतिशील कविता आंदोलन से संबद्ध प्रमुख कवि। अपने प्रतीकात्मक बिम्बों के लिए उल्लेखनीय।

'अभिनव तिक्कन्न' के रूप में प्रसिद्ध तेलुगु कवि।

तेलुगु कवि और आंध्र क्षेत्र में ख़िलाफ़त आंदोलन के नेता। वाल्मीकि रामायण के तेलुगु अनुवाद में योगदान।

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