कवियों की सूची

सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ

सुपरिचित कवि-लेखक। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।

तेलुगु के समादृत कवि-लेखक। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

तेलुगु के सुप्रसिद्ध समालोचक-कवि। राजनेता-अर्थशास्त्री और शिक्षाविद के रूप में भी योगदान।

'सबुज' आंदोलन से संबद्ध सुपरिचित कवि-नाटककार।

ओड़िया के समादृत कवि, उपन्यासकार और कथाकार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित मराठी कवि, कथाकार, अनुवादक और चित्रकार।

सुपरिचित कवि-आलोचक। ‘साखी’ पत्रिका के संपादक।

संत कवि। सरल और सहज भाषा। कविता में दैनिक जीवनानुभवों और उदाहरणों से अपनी बात पुष्ट करने के लिए स्मरणीय।

नीतिपरक फागों के लिए प्रसिद्ध।

चरनदास की शिष्या। प्रगाढ़ गुरुभक्ति, संसार से पूर्ण वैराग्य, नाम जप और सगुण-निर्गुण ब्रह्म में अभेद भाव-पदों की मुख्य विषय-वस्तु।

रामानंद के बारह शिष्यों में से एक। जाति-प्रथा के विरोधी। सैन समुदाय के आराध्य।

'मत्स्य री मीरा' के रूप में प्रसिद्ध। रचनाओं के कथ्य और भाषा में सरलमना गृहस्थन की सी सरलता।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक और अनुवादक।

सुपरिचित असमिया कवि-कथाकार-अनुवादक।

'भूखी पीढ़ी' और अधुनांतिक बांग्ला कविता से संबद्ध प्रमुख कवि-लेखक-चिंतक।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

शिक्षाविद, आलोचक, कला-समीक्षक, अनुवादक और रेडियो वार्ताकार।

सुपरिचित असमिया कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

नई पीढ़ी की कवयित्री।

सुपरिचित कवयित्री-कथाकार और अनुवादक। संस्कृत भाषा, नृत्य और रंगमंच में भी सक्रियता।

सुपरिचित कवयित्री।

बांग्ला कवि-समालोचक। ‘पुर्बाशा’ पत्रिका के संस्थापक-संपादक।

नवें दशक के महत्त्वपूर्ण कवि। अपने काव्य-वैविध्य के लिए उल्लेखनीय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

सुपरिचित कहानीकार-पत्रकार। दो कहानी-संग्रह प्रकाशित। 'पिंटी का साबुन' कहानी के लिए चर्चित।

नवें दशक में सामने आए हिंदी के महत्त्वपूर्ण कवि-कथाकार और पत्रकार। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

सुपरिचित कथाकार। 'हंस' पत्रिका के संपादक।

नई पीढ़ी के लेखक और यायावर।

जनवादी-धारा के प्रमुख कथाकार। बाल-साहित्य के लिए भी उल्लेखनीय। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।

नई पीढ़ी के कवि-लेखक।

‘मिले बस इतना ही’ शीर्षक कविता-संग्रह के कवि। कम आयु में दिवंगत।

भक्तिकालीन निर्गुण संत। 'असरारे मार्फत' और 'नादिरुन्निकात' कृतियों के रचनाकार।

बावरी साहिबा के प्रधान शिष्य और प्रसिद्ध संत यारी साहब के गुरु। जन्म-मृत्यु तिथियाँ अनिश्चित।

भक्तिकाल के निर्गुण संतकवि। वाणियों में प्रेम, विरह, और ब्रह्म की साधना के गहरे अनुभव। जनश्रुतियों में संत दादू के अवतार।

रीतिकालीन निर्गुण संतकवि और संत बुल्ला साहब के प्रधान शिष्य। वाणियों की मुख्य विषय-वस्तु अध्यात्म, प्रेम और शांति की कामना।

रीतिकाल के निर्गुण संतकवि। संत बुल्ला के शिष्य और 'सतनामी संप्रदाय' के संस्थापक।

संत कबीर के औरस पुत्र और शिष्य।

संत यारी के शिष्य। आध्यात्मिक अनुभव को सरल भाषा में प्रस्तुत करने वाले अलक्षित संत-कवि।

भक्तिकाल। संत गद्दन चिश्ती के शिष्य। लालदासी संप्रदाय के प्रवर्तक। मेवात क्षेत्र में धार्मिक पुनर्जागरण के पुरोधा।

अल्पज्ञात भक्त कवि।

निंबार्क संप्रदाय से संबद्ध। प्रसिद्ध भक्त हरिव्यास देव के शिष्य।

जश्न-ए-रेख़्ता (2023) उर्दू भाषा का सबसे बड़ा उत्सव।

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