
शांत रहें : संयम में असमर्थ कोई भी व्यक्ति कभी लेखक नहीं बना।

क्षमा असमर्थ मनुष्यों का गुण तथा समर्थ मनुष्यों का भूषण है।

शांत रहें : संयम में असमर्थ कोई भी व्यक्ति कभी लेखक नहीं बना।
क्षमा असमर्थ मनुष्यों का गुण तथा समर्थ मनुष्यों का भूषण है।
हिन्दवी उत्सव, 27 जुलाई 2025, सीरी फ़ोर्ट ऑडिटोरियम, नई दिल्ली
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