Font by Mehr Nastaliq Web

कुलीनता पर उद्धरण

कुलीनता पूर्वजन्म के कर्मों का फल है, चारित्र्य इस जन्म के कर्मों का प्रकाशक है।

हजारीप्रसाद द्विवेदी

संबंधित विषय