कवियों की सूची
सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ
राधावल्लभ त्रिपाठी
संस्कृत और हिंदी के समादृत कवि-कथाकार-आलोचक और अनुवादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
रीतिकाल के अलंकारप्रिय कवि। शृंगार के साथ सरल भक्तिपरक रचनाओं के रचयिता।
रघुवीर सहाय
आधुनिक हिंदी कविता के प्रमुख कवि और अनुवादक। अपनी पत्रकारिता और कहानियों के लिए भी प्रसिद्ध। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
राही मासूम रज़ा
समादृत कवि-कथाकार और पटकथा-लेखक। ‘आधा गाँव’ और ‘टोपी शुक्ला’ सरीखे उपन्यासों के लिए स्मरणीय।
राजेंद्र धोड़पकर
सुपरिचित कवि, लेकिन अब कविता-लेखन से विरत। 'दो बारिशों के बीच' शीर्षक एक कविता-संग्रह प्रकाशित। बतौर संपादक और कार्टूनिस्ट भी सक्रिय। भारतभूषण अग्रवाल पुरस्कार से सम्मानित।
राजेश जोशी
आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
राजकमल चौधरी
अकविता दौर के कवि-कथाकार और अनुवादक। जोखिमों से भरा बीहड़ जीवन जीने के लिए उल्लेखनीय।
राजुला शाह
सुपरिचित कवयित्री और अनुवादक। सिनेमा से संबद्ध। भारतीय ज्ञानपीठ के नवलेखन पुरस्कार से सम्मानित।
रमाशंकर यादव विद्रोही
अपने उपनाम के अनरूप ही फक्कड और विद्रोही कवि। जे.एन.यू की पहचान। जन संस्कृति मंच से संबद्ध।
रामधारी सिंह दिनकर
समादृत कवि और निबंधकार। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
रामनरेश त्रिपाठी
छायावादी कवि और गद्यकार। ग्रामगीतों के संकलन के लिए स्मरणीय।
रमणिका गुप्त
हिंदी की प्रसिद्ध साहित्यकार। दलित और आदिवासी संवेदना के लिए उल्लेखनीय। ‘युद्धरत आम आदमी’ के संपादन के लिए भी चर्चित।
रामविलास शर्मा
समादृत आलोचक। अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तार सप्तक’ के कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
रानी रघुवंश कुमारी
दियरा (उत्तर प्रदेश) के ज़मींदार रुद्र प्रताप साही की विवाहिता। कविता के नाम पर सरल भाषा में हृदय के कोमल भाव-मात्र की प्रस्तुति।
रीतिकाल के सरस-सहृदय आचार्य कवि। कविता की विषयवस्तु भक्ति और रीति। रीतिग्रंथ परंपरा में काव्य-दोषों के वर्णन के लिए समादृत नाम।
रसिकबिहारी
वास्तविक नाम ‘बनी-ठनी’। कविता में शृंगार का पुट। नायिका-भेद के लिए स्मरणीय।
रेखा चमोली
नई पीढ़ी की कवयित्री। पर्वतीय लोक-संवेदना और स्त्रीवादी सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।