कवियों की सूची
सैकड़ों कवियों की चयनित कविताएँ
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मान कवि
मेवाड़ नरेश राजसिंह के दरबारी कवि। सामान्य विषय-वस्तु के विस्तृत वर्णन में सिद्धहस्त।
मदनलाल डागा
माधव प्रसाद मिश्र
माधवराव सप्रे
पूर्व प्रेमचंद युग के साहित्यकार-पत्रकार। हिंदी की पहली कहानी के रूप में मान्य ‘एक टोकरी भर मिट्टी’ के लिए उल्लेखनीय।
मधुकर केचे
सुपरिचित मराठी कवि और ललित-निबंधकार। व्यक्तिचित्र लेखन में भी योगदान।
नई पीढ़ी की कवयित्री। मीडिया से संबद्ध। प्रतिष्ठित प्रकाशन स्थलों पर रचनाएँ प्रकाशित।
मधुसूदन राव
‘भक्तकवि’ के रूप में समादृत ओड़िया कवि-लेखक। आध्यात्मिक चेतना के गीतों के लिए उल्लेखनीय।
महादेवी वर्मा
छायावादी दौर के चार स्तंभों में से एक। कविता के साथ-साथ अपने रेखाचित्रों के लिए भी प्रसिद्ध। ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित।
महापात्र नरहरि बंदीजन
अकबर के दरबारी कवि। भक्ति और नीति संबंधी कविताओं के लिए स्मरणीय।
महावीर प्रसाद द्विवेदी
युगप्रवर्तक साहित्यकार-पत्रकार। ‘सरस्वती’ पत्रिका के संपादक के रूप में हिंदी नवजागरण में महत्त्वपूर्ण योगदान।
महेंद्र बरा
असमिया के सुपरिचित कवि-लेखक और समालोचक। अनुवाद के क्षेत्र में भी उल्लेखनीय योगदान।
महेश्वर नेओग
सुप्रतिष्ठित कवि-लेखक और शिक्षाविद। असमिया भाषा-संस्कृति-इतिहास पर लेखन के लिए उल्लेखनीय।
मैथिलीशरण गुप्त
राष्ट्रकवि के रूप में समादृत कवि। ‘भारत भारती’ उल्लेखनीय काव्य-कृति।
मैत्रेयी पुष्पा
समादृत कथाकार। गद्य की कई विधाओं में सृजनरत। कई पुस्तकें प्रकाशित।
माखनलाल चतुर्वेदी
कवि, लेखक और पत्रकार। साहित्य-संसार में 'एक भारतीय आत्मा' के नाम से स्मरणीय।
मलय रायचौधुरी
भूखी पीढ़ी आंदोलन और अधुनांतिक बांग्ला कविता से संबद्ध सुप्रसिद्ध कवि-लेखक-अनुवादक।
मलिक मोहम्मद जायसी
भक्ति-काव्य की निर्गुण धारा के अंतर्गत समाहित सूफ़ी काव्य के अत्यंत महत्वपूर्ण कवि। ‘पद्मावत’ कीर्ति का आधार-ग्रंथ।
मलखान सिंह
नवें दशक में उभरे कवि। दलित-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।
ममता कालिया
समादृत साहित्यकार। हिंदी कथा-साहित्य में 'बेघर', 'दुक्खम सुक्खम', 'कल्चर वल्चर' उपन्यास के लिए लोकप्रिय।
मानबहादुर सिंह
सुपरिचित कवि। लोक-संवेदना और सरोकारों के लिए उल्लेखनीय।
सरस कल्पना के भावुक कवि। स्वभाविक, चलती हुई व्यंजनापूर्ण भाषा के लिए स्मरणीय।
मंगेश पाडगाँवकर
मराठी के सुप्रसिद्ध कवि। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।
मंगलेश डबराल
आठवें दशक के प्रमुख कवि-लेखक और संपादक। साहित्य अकादेमी पुरस्कार से सम्मानित।