यातना पर उद्धरण
यातना घोर शारीरिक या
मानसिक कष्ट की स्थिति है। इस चयन में उन कविताओं को शामिल किया गया है, जिनमें यातना एक केंद्रीय विषय है।
अत्याचार के श्मशान में ही मंगल का, शिव का, सत्य-सुंदर संगीत का शुभारंभ होता है।
विचारधाराओं और इच्छावृत्तियों के मार्मिक द्वंद्व ने मेरी रचना-शक्ति में ऐसी निष्क्रियता पैदा कर दी है कि मादकता में डूबकर एक पग भी चलना मुहाल है।