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फूल पर नवगीत

अमेरिकी कवि एमर्सन ने

फूलों को धरती की हँसी कहा है। प्रस्तुत चयन में फूलों और उनके खिलने-गिरने के रूपकों में व्यक्त कविताओं का संकलन किया गया है।

फूल हो के

रमेश रंजक

फूल से सजाओ

ठाकुरप्रसाद सिंह

पंत जी के प्रति

जगदीश व्योम

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